Monday, October 12, 2009

जहां चलती थी रेलगाड़ी वहां अब चलती है बैलगाड़ी

भागलपुर। जी हां प्रखंड के लत्तीपुर में अब रेलगाड़ी की जगह बैलगाड़ी ने ले ली है। डेढ़ दशक पूर्व बिहपुर रेलवे स्टेशन से भाया लत्तीपुर, शंकरपुर एवं महादेवपुर तक रेलगाड़ी चला करती थी। जहां से यात्री पानी जहाज का सफर तय कर भागलपुर पहुंचते थे। पर अब ऐसा नहीं है। यहां के लोग अब बैलगाड़ी से सफर करते हैं। लत्तीपुर के नंदु यादव बताते हैं कि तब अपरिहार्य कारणों से दो बार रेल का परिचालन बंद किया गया था मगर पुन: परिचालन बहाल कर दिया था। पर तीसरी बार रेलवे ने इसकी सुध नहीं ली और परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। अब तो बिहपुर से अरसंडी तक रेल पटरी भी हटा लिया गया। इस कारण यहां का विकास पूरी तरह ठप हो गया। परबल, खीरा व मछली व्यवसाय के लिए विख्यात लत्तीपुर गांव आज अपने सुनहरे अतीत एवं उपेक्षित वर्तमान पर आंसू बहा रहा है। ग्रामीण बताते हैं कि सम्पन्न लोकसभा चुनाव से पूर्व बिहपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने इस रेलखंड का पुन: सर्वे कराकर रेल परिचालन बहाल करने की घोषणा की थी। पर चुनावी नतीजों के बाद घोषणा पर अमल नहीं किया जा सका। लत्तीपुर उत्तर के पूर्व मुखिया श्याम सुन्दर राय बताते हैं कि वर्तमान में यहां के लोग बैलगाड़ी से सफर कर अपना काम निपटाते हैं।

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