Monday, April 6, 2009

Development News:

(Dainik Jagran)
31 वर्षों से लटकी है बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना
Apr 06, 12:21 am
भागलपुर। भागलपुर में बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना को पूरा करवाने के प्रति शासन उदासीन है। जिसका परिणाम यह कि 31 वर्षों से यह परियोजना लटकी पड़ी है। अब तो इसे पूरा करने वाले कार्यालय को भी यहां से हटा दिया गया है।
पिछले 31 वर्षों से लटकी बटेश्वर स्थान गंगा पम्प नहर परियोजना राज्य सरकारके जल संसाधन विभाग की उपेक्षापूर्ण नीतियों एवं विभागीय सुस्ती के कारण पूर्ण होता नहीं दिख रहा है। केन्द्र सरकार के द्वारा त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ 89 लाख की स्वीकृति मिली है। पिछले वित्तीय वर्ष में प्राप्त आवंटन का मात्र एक तिहाई ही विभाग ने खर्च किया। बाद में 24 करोड़ रुपये सरेंडर करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार 2007-08 वित्तीय वर्ष में परियोजना कार्य के लिए गंगा पंप नहर कहलगांव प्रमंडल को 2001.56 लाख रुपये तथा डिवीजन टू बटेश्वर स्थान शिविर शिवनारायणपुर को 1617 लाख रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ। लेकिन विभागीय उदासीनता की चलते कहलगांव डिवीजन 537.58 लाख और डिवीजन टू 715.68 लाख रुपया ही खर्च किया और 2365.30 लाख रुपये सरेंडर कर दिया गया। विभागीय सूत्रों के अनुसार 2008-09 वित्तीय वर्ष की कार्य योजना में कहलगांव डिवीजन को 2082.54 लाख तथा डिवीजन टू को 2269.65 लाख रुपये खर्च करना है। लेकिन कितना खर्च हो पाया है या जानकारी अभी तक विभाग के कर्मचारियों के पास नहीं है।
इधर, नहर और उससे जुड़ी संरचनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण का काम भी अब तक पूरा नहीं हुआ है। बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग ने गंगा पंप नहर अंचल, भागलपुर एवं गंगा पंप नहर प्रमंडल-एक को यहां से हटा दिया है। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता बताते हैं कि यह फैसला उपर से लिया गया है। सिंचाई विभाग के सूत्रों का कहना है कि जल संसाधन विभाग के इस फैसले से गंगा पंप नहर भागलपुर अंचल और डिवीजन वन के हटने से परियोजना का काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। भागलपुर अंचल और डिवीजन वन को बनाये रखने की मांग भी शुरू हो गयी है।

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