Sunday, March 14, 2010

फिर से ज्ञान का केन्द्र बनेगा बिहार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार फिर से ज्ञान का केन्द्र बनेगा। जरूरत है धरोहरों को संजोकर रखा जाए और पर्यटन उद्योग को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि वैशाली, बोधगया, राजगीर व नालंदा की तर्ज पर विक्रमशिला को भी विकसित किया जाएगा।

शनिवार को विक्रमशिला बौद्ध महाविहार में दीप प्रज्जवलित कर मुख्यमंत्री ने विधिवत तीन दिवसीय विक्रमशिला महोत्सव का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार इतना आगे बढ़ेगा कि लोग दांतों तले ऊंगलियां दबाएंगे। फिलहाल राज्य का विकास दर 11 प्रतिशत है और इसे 15 प्रतिशत तक पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने 2015 तक बिहार को विकसित राज्य बनाने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विक्रमशिला का गौरवशाली इतिहास रहा है। विक्रमशिला के बारे में लोगों को जो जानकारी है वह पूरी नहीं है। अभी पूरी तरह से इसकी खुदाई नहीं हुई है। खुदाई के बाद विक्रमशिला के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है।

उन्होंने कहा कि विक्रमशिला में एक संबृद्ध संग्रहालय बनना चाहिए। साथ ही यहां पर्यटकों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिले। इसके लिए कला संस्कृति विभाग द्वारा सारी तैयारी की जा रही है। इन सारे प्रस्तावों को भारत सरकार के पास रखा जाएगा। जमीन अधिग्रहित कर विक्रमशिला को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार में पर्यटक आना नहीं चाहते थे। अब हर साल चार लाख विदेशी और एक करोड़ देशी पर्यटक यहां आते हैं। राज्य की आर्थिक स्थिति तब मजबूत होगी जब यहां पर्यटक आएंगे और खर्च करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा बिहार बनेगा जिससे 15 दिनों तक पर्यटक यहां खो जाएंगे।

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