Friday, March 19, 2010

विक्रमशिला का होगा उद्धार

एनटीपीसी लिमिटेड के नैगम सामाजिक दायित्व कार्यक्रम का संचालन करने वाली संस्था एनटीपीसी फाउंडेशन देश के ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को सहयोग देगी। इस कड़ी में विक्रमशिला महाविहार का भी होगा उद्धार। देश के विभिन्न भागों में अवस्थित पावर स्टेशनों के आसपास के ऐतिहासिक व पुरातात्विक अवशेषों को संरक्षित और संव‌िर्द्धत करने की जिम्मेदारी संबंद्ध पावर स्टेशन वहन करेगा। विगत जनवरी माह में इस आशय के समझौता ज्ञापन पर एनटीपीसी फाउंडेशन और एएसआई के बीच सहमति बनी है।

शुरूआती दौर में तीन ऐतिहासिक स्थलों को चुनकर कार्य शुरू करने की योजनाओं का सार्थक परिणाम आने तक अन्य पुरातात्विक धरोहरों का चयन कर कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा। कहलगांव स्थित विक्रमशिला महाविहार को गोद लेने की संभावना के विषय में पूछने पर उन्होंने कहा कि संभावनाएं अनंत हैं और विक्रमशिला विवि के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इसे प्राथमिकता सूची में अवश्य ही स्थान दिया जाएगा। प्रयोग के तौर पर कार्यारंभ करने और उसके फलाफल पर योजना का भविष्य निर्भर है।

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